हाथियों ने ग्राम बरवाली में बोला। धावा, तीन क्षतिग्रस्त मकानों को फिर बनाया निशाना
- सरगुजा
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K.W.N.S.-अंबिकापुर। सरगुजा और धरमजयगढ़ वनमण्डल के सीमावर्ती क्षेत्रों में 15 जंगली हाथियों का दल स्वछंद विचरण कर रहा है।दल से एक हाथी बिछड़ गया है और लगातार घरों को निशाना बनाया गया है। सोमवार की रात जंगली हाथियों ने ग्राम बरवाली में धावा बोला।यहां जंगली हाथियों ने पूर्व में ही कई मकानों को नुकसान पहुंचाया था।इन्हीं में से तीन घरों को सोमवार की रात हाथी ने फिर निशाना बनाया।घर में दोबारा तोड़फोड़ किया।इससे प्रभावित परिवारों के समक्ष बरसात के सीजन में नई समस्या खड़ी हो गई है।
पिछले कई दिनों से जंगली हाथी शाम ढलते ही आबादी क्षेत्र के नजदीक पहुंचने की कोशिश करते है इस कारण ग्रामीणों को विपरीत परिस्थतियों और खराब मौसम के कारण घर छोड़ना पड़ रहा है।वर्षा के सीजन में हाथियों की वजह से ग्रामीण परेशान है।बता दें कि मैनपाट और धरमजयगढ़ वनमण्डल के सीमावर्ती जंगल में 15 जंगली हाथियो का दल पहुंचा है।यह इलाका घना वनक्षेत्र से जुड़ा हुआ है जो हाथियों के रहवास का स्थाई ठिकाना बन चुका है।जंगल के आसपास आबादी क्षेत्र है।समय-समय पर हाथी आबादी क्षेत्र की ओर भी प्रवेश कर रहे है।
मैनपाट रेंजर फेंकू चौबे ने बताया कि सोमवार की रात में एक हाथी ग्राम बरवाली में प्रवेश कर पूर्व में क्षतिग्रस्त तीन मकान को पुनः क्षति करते हुए ग्राम बरडांड एवं बरवाली के बीच बांस प्लांटेशन में रुका हुआ है। शेष14 हाथी रायगढ़ वन मंडल के धरमजयगढ़ कापू सर्किल के जंगल में विचरण कर रहा है।