आपके लिवर को चुस्त और दुरुस्त बनाने का काम करते हैं ये 5 फूड्स
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दिल्ली। दुनियाभर में आज विश्व हेपेटाइटिस दिवस मनाया जा रहा है। लोगों को लिवर की हेल्थ की अहमियत और हेपेटाइटिस के बारे में जागरूक करने के लिए हर साल 28 जुलाई को यह दिन मनाया जाता है।
लिवर हमारे शरीर का एक ऐसा अंग है, जो शराब पीने से लेकर जंक फूड खाने, ज़्यादा तनाव और मल्टीटास्किंग तक, इन सभी चीज़ों का भार चुपचाप उठाता है और आपकी सेहत को सुधारने के लिए लगातार काम करता है। लीवर भले ही आपके शरीर का एक छोटा-सा हिस्सा हो, लेकिन आपको जानकर हैरानी होगी कि यह छोटा-सा अंग कितने सारे काम करता है।
बाइल, प्रोटीन और कोलेस्ट्रॉल का उत्पादन करने से लेकर, खाने, शराब, दवाओं, तोड़ने के लिए कार्बोहाइड्रेट, विटामिन और खनिजों का भंडारण करता है। लिवर आपके मस्तिष्क के स्वास्थ्य पर भी प्रभाव डालता है। इसलिए शरीर में इस एक अंग की देखभाल करना बेहद ज़रूरी हो जाता है।
चाय
जी हां, चाय पीने से लिवर का फंक्शन बेहतर होता है और सेल रीजनेरेशन को बढ़ावा मिलता है। विशेष रूप से, रोजाना ब्लैक और ग्रीन-टी पीने से लिवर एंज़ाइम का स्राव बढ़ सकता है और लिवर में वसा का स्तर कम हो सकता है।
ग्रेपफ्रूट
ग्रेपफ्रूट एंटीऑक्सिडेंट से भरा होता है, जो नेचुरल तरीके से लीवर की रक्षा करता है और कोशिकाओं की मरम्मत और पुनर्जनन में मदद करता है। अध्ययनों के अनुसार, ग्रेपफ्रूट में एंटीऑक्सिडेंट, हेपेटिक फाइब्रोसिस के विकास की संभावना को कम करने में मदद करते हैं, जो लिवर पर हानिकारक संयोजी ऊतकों के निर्माण के कारण पुरानी सूजन और दर्द का कारण बनता है।
फैटी फिश
ओमेगा-3 फैटी एसिड से भरपूर, फैटी फिश सूजन को ठीक करने और लिवर पर वसा के जमाव को कम करने के लिए सबसे अच्छे उपचारों में से एक है। रिसर्च से पता चलता है कि वसायुक्त मछली लिवर फैट को कम करने का काम करती है। हालांकि, ज़रूरत से ज़्यादा सेवन से सावधान रहें, क्योंकि यह लिवर को बीमार भी कर सकता है।
चुकंदर का जूस
लिवर के स्वास्थ्य को बढ़ावा देने के लिए एक आसान तरीका है चुकंदर का जूस रोज़ पीना। बीटालेन्स नाम के नाइट्रेट और एंटीऑक्सिडेंट से भरपूर, चुकंदर का रस लिवर और दिल के स्वास्थ्य के लिए बहुत अच्छा होता है। यह ऑक्सीडेटिव तनाव को कम करने और सेल पुनर्जनन में मदद करता है। सिर्फ इतना ही नहीं, चुकंदर की चाय लिवर के काम को बढ़ावा देती है और सूजन को कम करती है, जो फैटी लिवर का कारण बनते हैं।
बेरीज़
ताज़ा या ड्राई बेरीज़ एंथोसायनिन नाम के एंटीऑक्सीडेंट से भरी होती हैं। ब्यूबेरीज़, क्रेनबेरीज़ जैसी बेरीज़ को अपनी डाइट में शामिल करने से प्रतिरक्षा कोशिका प्रतिक्रिया को बढ़ावा मिलता है और ऑक्सीडेटिव तनाव के कारण होने वाले नुकसान कम होते हैं। इसके अलावा, एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर बेरीज़ का सेवन शरीर में ट्यूमर या फाइब्रोसिस के विकास को धीमा करने में मदद करता है।
Disclaimer: लेख में उल्लिखित सलाह और सुझाव सिर्फ सामान्य सूचना के उद्देश्य के लिए हैं और इन्हें पेशेवर चिकित्सा सलाह के रूप में नहीं लिया जाना चाहिए। कोई भी सवाल या परेशानी हो तो हमेशा अपने डॉक्टर से सलाह लें।