अंबिकापुर शहर ने अपनी कचरा निपटारे की अनोखी प्रणाली के चलते देश के सबसे साफ शहरों में दूसरे नंबर पर
- रायपुर
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रायपुर । राष्ट्रीय स्वच्छता सर्वेक्षण 2019 में छत्तीसगढ़ को दो पुरस्कार प्राप्त हुए हैं। छत्तीसगढ़ को बेस्ट परफार्मिंग स्टेट के अवार्ड से नवाजा गया है। इसके साथ ही अंबिकापुर राष्ट्रीय स्तर पर देश का दूसरे नंबर का सबसे स्वच्छ शहर बना है। इस सूची में स्टील सिटी के नाम से मशहूर भिलाई शहर को 11वें नंबर पर जगह मिली है। अंबिकापुर शहर ने अपनी कचरा निपटारे की अनोखी प्रणाली के चलते देशभर में यह गौरव हासिल किया है।
इंदौर के बाद अंबिकापुर देश का दूसरा सबसे स्वच्छ शहर घोषित हुआ है। अंबिकापुर शहर में सफाई की यह कवायद आज से 5 साल पहले शुरू हुई थी। यहां तत्कालीन कलेक्टर रीतु सेन के द्वारा नगर निगम के सहयोग से एक व्यवस्था लागू की गई थी जिसके परिणामस्वरूप अंबिकापुर शहर एक स्वच्छ शहर बन गया।
अंबिकापुर में 40 साल पुराने डंपिंग यार्ड को सेनेटरी पार्क बना दिया गया। 25 एकड़ का यह क्षेत्र आज एक खूबसूरत बगीचे में बदल गया है। महिलाओं की समिति घरों से कचरा एकत्र कर रही है। इस कचरे की छटनी होती है। गीले कचरे के निदान के लिए कंपोस्ट मशीन लगाई है।
इसके अलावा 160 प्रकार का कचरा ठोस कचरे के रूप में मिलता है। सेनिटेशन सेंटर में इस पूरे कचरे को पृथक किया जाता है। हर महीने इसकी बिक्री होती है। वेंडर्स का नगर निगम से रजिस्ट्रेशन होता है। करीब तीन साल में अंबिकापुर नगर निगम में लगभग दो करोड़ की आमदनी कचरा बेचने से हो चुकी। इसके अलावा कंपोस्ट खाद से भी आय हो रही है।
अंबिकापुर मॉडल की पूरे देश में चर्चा हुई। शहर को अपनी श्रेणी में राष्ट्रीय पुरस्कार भी प्राप्त हुआ। इसके बाद यहां राष्ट्रीय स्तर की कई स्वच्छता कार्यशालाओं का भी आयोजन हुआ जिसमें देश भर से निकायों के प्रतिनिधि शामिल हुए। इसके बाद सफाई के अंबिकापुर मॉडल को राज्य सरकार ने पूरे प्रदेश के नगरीय निकायों में लागू किया।
सूची में भिलाई को मिला 11वां स्थान
भिलाई शहर का नाम देश सबसे स्वच्छ शहरों में 11वें नंबर पर है। इस औद्योगिक शहर की संरचना वर्ष 1955 में रशियन वास्तुशिल्पों के सहयोग से तैयार की गई थी। यहां पर्यावरण और उद्योग के बीच अच्छा संतुलन देखने को मिलता है। टाउनशिप में अच्छी खासी हरियाली है। इसके साथ ही यहां के लोग भी सफाई को लेकर काफी जागरूक हैं। भिलाई नगर निगम ने भी कचरे के निपटारे के लिए अंबिकापुर मॉडल को अपनाया है और इसी के साथ यहां भी सफाई के क्षेत्र में व्यापक काम हुआ।