रायसिंह गोंड एक आदिवासी ने रायपुर को बसाने का किया काम - MLA टेकाम
- रायपुर
- Posted On
panchayattantra24.-रायपुर। शासकीय दूधाधारी कन्या महाविद्यालय में जनजातीय समाज का गौरवशाली अतीत _ ऐतिहासिक सामाजिक और आध्यात्मिक योगदान विषय पर संगोष्ठी का आयोजन किया गया । कार्यक्रम की संयोजक डॉ बी एम लाल ने स्वागत उद्बोधन दिया। विशिष्ट अतिथि समाजसेवी हिम्मत सिंह अरमो ने कहा कि बिहार झारखंड उड़ीसा मध्यप्रदेश छत्तीसगढ़ ये सब गोंडवाना लैंड से जुड़ा हुआ है । 700 साल का गौरवशाली इतिहास है जनजातीय समाज का । विशिष्ट अतिथि पूर्व अफसर फूलसिंह नेताम ने कहा कि भगवान बिरसा मुंडा का बहुत योगदान रहा है समाज के उत्थान में। मुगल काल से अंग्रेजों के शासन में शंकर शाह रघुनाथ शाह ने जबलपुर में लड़ाई की और शहीद हुए । शहीद गेंद सिंह ने बालोद जिले में विद्रोह किया ,वीर गुण्डाधुर ने बस्तर में विद्रोह किया ।प्राचार्य डॉ किरण गजपाल ने स्वाधीनता संग्राम के इतिहास में जनजातियों का योगदान को याद किया।
मुख्य अतिथि नीलकंठ टेकाम विधायक केशकाल ने कहा कि आदिवासी संस्कृति सर्वाधिक समृद्ध और सशक्त संस्कृति है । रायपुर को बसाने का काम रायसिंह गोंड एक आदिवासी ने किया। जनजाती के अस्तित्व में ही मानव का अस्तित्व छिपा है। विशिष्ट वक्ता डॉ शंपा चौबे, प्राचार्य खरोरा ने बताया कि आदिवासियों का समाज एक व्यवस्थित समाज है वे जन्म से मरण तक के अनेक अवसरों को एक उत्सव एक अनुष्ठान के रूप में मनाते हैं जिससे जीवन में सरसता व उत्साह का संचार होता है। मुख्य वक्ता डॉ. राकेश पांडे ने बताया कि भारतीय समाज एक प्रवाह मान समाज है आदिवासियों के लिए जंगल आत्मा है। आदिवासी समाज एक सहेजने वाला समाज है और नगरीय समाज उसे बिगाड़ कर आधुनिकता का नया पाठ पढ़ रहा है। मंच संचालन कविता ठाकुर ने किया। धन्यवाद ज्ञापन कैरोलिन एक्का ने किया। आयोजन समिति के सदस्य डॉ गौतमी भतपहरी , संध्या ठाकुर ,मिलाप सिंह ध्रुव को साथ सभी प्राध्यापक और छात्राएं सम्मिलित हुईं।