राजिम कुंभ 2025 में पंडित धीरेंद्र शास्त्री करेंगे कथा वाचन
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panchayattantra24.com-रायपुर। छत्तीसगढ़ के प्रमुख धार्मिक आयोजन, राजिम कुंभ (कल्प) 2025 में श्रद्धालुओं को इस बार विशेष आध्यात्मिक अनुभव मिलेगा। बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर पंडित धीरेंद्र शास्त्री ने आगामी 12 से 26 फरवरी तक चलने वाले राजिम कुंभ में कथावाचन और दरबार लगाने के लिए अपनी सहमति दे दी है। मुख्यमंत्री विष्णु देव साय के निर्देश पर राजिम विधायक रोहित साहू ने बागेश्वर धाम पहुंचकर धीरेंद्र शास्त्री को इस महत्वपूर्ण धार्मिक आयोजन में आमंत्रित किया, जिसे उन्होंने सहर्ष स्वीकार किया।
राजिम कुंभ 2025 का महत्त्व:
राजिम कुंभ, जिसे छत्तीसगढ़ का प्रयाग कहा जाता है, त्रिवेणी संगम के तट पर हर साल फरवरी में आयोजित किया जाता है। यह धार्मिक मेला देशभर से लाखों श्रद्धालुओं और संत-महात्माओं को आकर्षित करता है। माना जाता है कि यह मेला आस्था, संस्कृति और परंपराओं का अद्वितीय संगम है, जहां विभिन्न साधु-संत धार्मिक अनुष्ठान करते हैं और भक्तों को मार्गदर्शन देते हैं।
धीरेंद्र शास्त्री का आगमन:
राजिम कुंभ 2025 में पंडित धीरेंद्र शास्त्री का आगमन एक महत्वपूर्ण घटना होगी। बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर के रूप में, पंडित शास्त्री अपने भक्तों के बीच गहरे आध्यात्मिक मार्गदर्शन और कथा-वाचन के लिए प्रसिद्ध हैं। उनके कथा-वाचन में हर दिन हजारों की संख्या में श्रद्धालु उपस्थित रहते हैं, जिससे इस बार के राजिम कुंभ में भी भारी भीड़ की संभावना जताई जा रही है।
सरकार की तैयारी:
इस आयोजन को लेकर राज्य सरकार ने व्यापक तैयारियां शुरू कर दी हैं। मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि वे कुंभ के लिए विशेष इंतजाम करें, ताकि लाखों श्रद्धालुओं को किसी तरह की कठिनाई न हो। 2024 में आयोजित राजिम कुंभ में अनुमानित लगभग 20 लाख श्रद्धालुओं ने हिस्सा लिया था, और इस बार यह संख्या 25 लाख से अधिक हो सकती है।
प्रमुख आयोजन:
धीरेंद्र शास्त्री द्वारा कथावाचन – प्रतिदिन कथा वाचन के अलावा दरबार का आयोजन किया जाएगा।
धार्मिक अनुष्ठान – त्रिवेणी संगम में स्नान, विशेष यज्ञ और हवन।
संस्कृतिक कार्यक्रम – विभिन्न सांस्कृतिक और धार्मिक प्रस्तुतियों के माध्यम से छत्तीसगढ़ की लोक संस्कृति और परंपराओं का प्रदर्शन।
प्रवचन एवं प्रवास – देशभर के प्रमुख संत-महात्मा श्रद्धालुओं के बीच प्रवचन देंगे।
सुरक्षा और सुविधाएं:
राजिम कुंभ में बढ़ती भीड़ को देखते हुए राज्य सरकार ने सुरक्षा व्यवस्था और सुविधाओं पर विशेष ध्यान दिया है:
25,000 से अधिक पुलिसकर्मी और सुरक्षा बल तैनात रहेंगे।
विशेष स्वास्थ्य शिविर और आपातकालीन सेवाएं स्थापित की जाएंगी।
पर्यटकों के ठहरने और भोजन के लिए विशेष इंतजाम किए जाएंगे, जिसमें 500 से अधिक टेंट सिटी और मोबाइल अस्पताल होंगे।
श्रद्धालुओं के लिए परिवहन की विशेष सुविधाएं दी जाएंगी।
आकर्षण और महत्व:
राजिम कुंभ न केवल धार्मिक दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण है, बल्कि यह छत्तीसगढ़ के पर्यटन और आर्थिक विकास में भी योगदान देता है। वर्ष 2024 में इस आयोजन के कारण स्थानीय व्यापार में 50 करोड़ रुपये से अधिक का व्यापारिक लाभ हुआ था। इस बार सरकार का अनुमान है कि यह आंकड़ा 60 करोड़ तक पहुंच सकता है।
पंडित धीरेंद्र शास्त्री का राजिम कुंभ में आगमन इसे और अधिक भव्य बनाने वाला है। इसके साथ ही यह आयोजन न केवल छत्तीसगढ़ के लोगों बल्कि देशभर के श्रद्धालुओं के लिए भी एक ऐतिहासिक और आध्यात्मिक अनुभव बनेगा।