पुलिस की सक्रियता से बची एक दुधमुंहे की जान, रातभर के अंदर पुलिस ने बच्चे को ढूंढ निकाला
- दुर्ग
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दुर्ग। दुर्ग में पुलिस की सक्रियता से एक दुधमुंहे की जान बची है। बता दें कि बैजनाथपारा दुर्ग के रहने वाले निर्मल गुप्ता पिछली रात्रि 10:30 बदहवास थाना कोतवाली पंहुचे। उन्होंने थाने में बताया कि उनके 3 साल के लड़के अनुराग को उसी का चाचा धीरज चॉकलेट खिलाने के बहाने 3 बजे दोपहर से ले गया है, और देर रात तक भी वापस नही आया है। चाचा धीरज के मानसिक रोगी होने तथा मानसिक रोग विशेषज्ञ डॉक्टर से उसका इलाज चलने की भी बात बताया। इस हालात में बच्चे के सुरक्षित होने को लेकर सवाल उठ रहे थे। जिसके बाद पुलिस अधीक्षक प्रखर पांडेय,अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक रोहित झा,सीएसपी विवेक शुक्ला को अवगत कराया गया। उसके बाद उनसे आवश्यक निर्देश लेकर जिले की नाकेबंदी की गई। साथ ही 112 वाहनों को सक्रिय कर दिया गया। सोशल मीडिया पर की मुख्यमंत्री भूपेश से शिकायत, कुछ ही समय बाद गांव में आ गई बिजली आरोपी धीरज के पास फोन भी था। उसको बार - बार फोन किया गया। लेकिन वह फोन नहीं उठा रहा था। जिसके बाद पुलिस को जांच के दौरान भाटापारा में उसके होने की लोकेशन मिली। जिसके बाद बच्चे के परिवार के सदस्यों को लेकर कोतवाली पुलिस की टीम तत्काल भाटापारा रवाना हुई। पुलिस ने सुबह चार बजे तक बच्चे के चाचा एवं धीरज को भाटापारा से ढूंढ निकाला और बच्चे को सुरक्षित उसके परिवार को सौंप दिया गया। इसके बाद पुलिस अधीक्षक पूरी टीम को बधाई दी। इस अभियान में थाना प्रभारी दुर्ग निरीक्षक सुरेश ध्रुव,उप निरी युवराज देशमुख,आरछक भीम यादव एवं खुर्रम की सरहमीय भूमिका रही।