चुनाव आयोग और मीडिया के पक्षपात रवैये से राहुल गांधी असहाय, कहा- हम सिर्फ भरोसा कर सकते हैं और कुछ नहीं,
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नई दिल्ली- सातवें और अंतिम चरण का चुनाव प्रचार खत्म होने के बाद कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर हमला बोला. मोदी ने हमारे सवालों का जवाब नहीं दे सके. साथ ही राहुल गांधी ने चुनाव आयोग और मीडिया के पक्षपात पूर्ण रवैये पर दुख जताया. पत्रकारों के सवालों का जवाब देते हुए कहा कि इस चुनाव में चुनाव आयोग की भूमिका पूछपात पूर्ण रहा है. नरेंद्र मोदी जो बोलना चाहता है उसे बोल देते हैं, लेकिन उसी बात को अगर कोई बोलता है तो उसे रोक दिया जाता है ।
ये पूरा चुनाव का जो शेड्यूल है, नरेंद्र मोदी की प्रचार के लिए बनाया गया है. ये बात पूरी तरह सामने है, इसे देशवासी भी समझ चुके हैं. हम सिर्फ चुनाव आयोग पर भरोसा कर सकते हैं. उससे ज्यादा हम कुछ नहीं कर सकते हैं ।
मीडिया पक्षपात, मुझसे न्याय और मोदी से बालाकोट के बारे में सवाल
नरेंद्र मोदी ने बताया कि आम कैसे खाते हैं. शर्ट कैसे फाडते हैं. मीडिया से सवाल है कि मुझसे कठिन सवाल करते हैं, लेकिन मोदी से सरल. मुझसे पूछते है कि न्याय योजना में पैसे कहा से आएंगे, लेकिन मोदी से पूछते हैं साहब
आप आम कैसे खाते है. कपड़े कैसे पहनते हैं. ये हाफ शर्ट का आईडिया कहा से आया. नरेंद्र मोदी से पूछा कि बालाकोट के बारे में बताइए. जवाब में मोदी ने कहा कि मैंने एयरफोर्स के जवानों से कहा मौसम खराब है, बादल रडार पर हवाई जहाज नहीं दिखेगा ।
मोदी का दर्शन हिंसा
प्रधानमंत्री आपने रफाल पर जवाब क्यों नहीं दिया. आपने रफाल पर मुझसे डिबेट क्यों नहीं किया. अनल अंबानी को 30 हजार करोड़ रुपए हिन्दूस्तान के एयरफोर्स का पैसा क्यों दिया. साध्वी प्रज्ञा सिंह के सवाल पर कहा कि मैंने ट्वीट कर अपनी बात रख दी है. इसके बाद उन्होंने कहा कि नरेंद्र मोदी का दर्शन हिंसा का है. महात्मा गांधी का दर्शन नहीं है ।
बीजेपी के पास अकूत धन, हम जनता के मुद्दे उठाए
हमारी रणनीति रही है कि हम जनता के मुद्दे को उठाए, हमने असरदार तरीके से मुद्दे को उठाया. बेरोजगारी, किसानों का हाल, रफाल मुद्दे, इकोनॉमी की हालत, गब्बर सिंह टैक्स, नरेंद्र मोदी इन बातों का जवाब नहीं दिया ।
बीजेपी के पास, नरेंद्र मोदी के पास हमारे से बहुता ज्यादा पैसा है. इसमें कोई शक की बात नहीं है. उनके पास अनलिमिटेड मार्केटिंग, अनलिमिटेड पैसा, अनलिमिटेड टीवी विज्ञापन था, हमारे पास जनता के मुद्दे थे ।