दाल-रोटी पर फिर महंगाई की मार, राहर दाल में आठ रुपए किलो की तेजी
- रायपुर
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रायपुर । आम उपभोक्ताओं की दाल-रोटी पर फिर से महंगाई का साया पड़ने लगा है। पिछले कई महीनों से लगातार स्थिर रहने वाली दालों की कीमतों में तेजी आने लगी है। विशेषकर राहर व मूंग दालों की कीमतों में तो ज्यादा ही तेजी आ गई है। अनाज मार्केट में इसका असर दिखने लगा है। थोक बाजार में राहर दाल इन दिनों 600 रुपये प्रति क्विंटल की तेजी के साथ 6800 से 8200 रुपये प्रति क्विंटल बिक रही है। इसी प्रकार मूंग दाल छिलके व धुली दोनों में 400 रुपये प्रति क्विंटल की तेजी है। मूंग दाल (धुली) 7000-8000 रुपये प्रति क्विंटल तथा मूंग दाल (छिलका) 6500-7200 रुपये प्रति क्विंटल बिक रहा है।
चिल्हर बाजार में राहर दाल की कीमतों में आठ रुपये किलो तथा मूंग दाल में पांच रुपये किलो की तेजी आ गई है। व्यापारिक सूत्रों का कहना है कि आने वाले दिनों में इनकी कीमतों में और तेजी के ही संकेत बने हुए हैं। इसका प्रमुख कारण तो यही है कि पुरानी राहर दाल लगभग खत्म होने को है तथा नई राहर आ रही है जिसमें फसल काफी कमजोर बताया जा रहा है।
इसके साथ ही बाजार में डिमांड भी बढ़ने लगी है। बताया जा रहा है कि राहर तथा मूंग दालों में तेजी का असर दूसरे दालों में भी दिखने लगा है। आने वाले दिनों में इनमें और तेजी के आसार बने हुए हैं। दालों के साथ ही गेहूं की कीमतों में भी 200 रुपये प्रति क्विंटल की तेजी आ गई है। यह 2600 से 3800 रुपये प्रति क्विंटल बिक रही है। कारोबारियों का कहना है कि आने वाले दिनों में अब और तेजी के ही संकेत बन रहे हैं।
काबुली चना भी 800 रुपये क्विंटल महंगा
दालों व गेहूं के साथ ही काबुली चना की कीमतों में भी जबरदस्त बढ़ोतरी हो गई है। थोक मार्केट में काबुली चना के दाम 800 रुपये क्विंटल से बढ़कर 6000 से 8000 रुपये प्रति क्विंटल हो गए हैं। चिल्हर में ये 10 रुपये किलो तक बढ़ गए हैं।
आटा-सुजी के भी दाम बढ़े
गेहूं की कीमतों में आई तेजी के कारण इन दिनों आटा-सुजी के दाम भी बढ़ गए हैं। ब्रांडेड कंपनियों की आटे की पैकेट की कीमतों में भी पांच रुपये (प्रति पांच किलो) का इजाफा हुआ है। कारोबारियों का कहना है कि आने वाले दिनों में इनकी कीमतों में थोड़ी और बढ़ोतरी हो सकती है।
खाद्य तेल स्थिर
बाजार में कमजोर लिवाली के चलते खाद्य तेलों की कीमतों में स्थिरता बनी हुई है। कारोबारियों का कहना है कि खाद्य तेलों में अभी किसी भी प्रकार से तेजी के आसार नहीं है। बाजार में लिवाली कमजोर है।