अवैध शराब के खिलाफ आबकारी आयुक्त ने ली अधिकारियों की समीक्षा बैठक, अधिक रेट में बेचने पर होगी कार्रवाई
- रायपुर
- Posted On
रायपुर । छत्तीसगढ़ के सभी जिलों में अवैध शराब के कारोबार पर रोक लगाने के लिए वाणिज्यिक-कर (आबकारी विभाग) द्वारा छापेमार कार्रवाई की जा रही है. आबकारी आयुक्त डॉ. कमलप्रीत सिंह ने आज आबकारी भवन में विभागीय अधिकारियों की राज्यस्तरीय मासिक बैठक लेकर इस अभियान की विस्तृत समीक्षा की ।
बैठक में जिला आबकारी अधिकारियों ने बताया कि प्रदेश भर में पिछले माह अप्रैल 2019 में छापामार अभियान के तहत अवैध शराब के कारोबार के 947 प्रकरण दर्ज किए गए, जिनमें आबकारी अधिनियम की विभिन्न धाराओं के तहत 894 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया. सिर्फ एक माह में दर्ज इन प्रकरणों में तीन हजार 632 लीटर अवैध शराब जब्त की गई. इसके अलावा शराब के अवैध कारोबार में संलिप्त पाए गए आठ वाहनों को भी जब्त किया गया. बैठक में आबकारी आयुक्त डॉ. सिंह ने अधिकारियों को देशी-विदेशी मदिरा दुकानों की नियमित रूप से जांच करने और आकस्मिक निरीक्षण करने के भी निर्देश दिए ।
उन्होंने शराब की गुणवत्ता का भी ध्यान रखने की जरूरत पर बल दिया. उन्होंने कहा कि सभी जिला आबकारी अधिकारी यह सुनिश्चित करें कि निर्धारित कीमत से अधिक मूल्य पर शराब किसी भी हालत में न बिकें, अगर कही ओव्हर रेट की शिकायतें मिलें, तो उन्हें तत्काल संज्ञान में लेकर जांच की जाए और दोषी व्यक्तियों पर नियमानुसार कड़ी कार्रवाई की जाए. आबकारी आयुक्त ने कहा कि ओव्हर रेट में शराब की बिक्री रोकने में किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी और इसके लिए संबंधित जिले के आबकारी अधिकारियों को जिम्मेदार मानकर उन पर भी नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी. पिछले दिनों कुछ अधिकारियों पर कार्रवाई की भी गई है ।
आबकारी आयुक्त ने कहा कि इसे ध्यान में रखकर सभी अधिकारी पूरी सतर्कता से काम करें. ओव्हर रेट और अवैध शराब की शिकायतों पर संबंधित अधिकारी 24 घंटे के भीतर ठोस कार्रवाई सुनिश्चित करें. आबकारी आयुक्त ने अधिकारियों को देशी-विदेशी मदिरा की दुकानों में सीसीटीव्ही कैमरे हमेशा चालू हालत में रखने के निर्देश दिए. उन्होंने इस बात पर संतुष्टि जताई कि प्रदेश की सभी 650 देशी और विदेशी शराब दुकानों में सीसीटीव्ही कैमरे चालू हालत में हैं. इनमें 340 देशी और 310 विदेशी मदिरा की दुकानें शामिल हैं. डॉ. कमलप्रीत सिंह ने अधिकारियों से कहा कि शराब दुकानों में ग्राहकों को बिल अनिवार्य रूप देने की व्यवस्था भी सुनिश्चित की जाए ।
इस बैठक में वाणिज्यिक-कर (आबकारी) विभाग के विशेष सचिव एपी त्रिपाठी, अपर आयुक्त पीएल वर्मा और आरके मण्डावी, ब्रेवरेज कार्पोरेशन के संयुक्त प्रबंध संचालक त्रिपाठी और सभी जिलों के आबकारी अधिकारियों सहित राज्य मुख्यालय के समस्त डिप्टी कमिश्नर, सहायक आयुक्त और अन्य संबंधित अधिकारी उपस्थित रहे ।