publicuwatch24.-मुंगेली। छत्तीसगढ़ के मुंगेली जिले के सरगांव क्षेत्र में ग्राम पंचायत रामबोड़ स्थित कुसुम लोहा फैक्ट्री में हुए दर्दनाक हादसे में चार लोगों की मौत हो गई। यह हादसा तब हुआ जब फैक्ट्री में साइलो (राखड़ भंडारण टैंक) गिरने से कुछ लोग राखड़ के नीचे दब गए। हादसे के बाद शुरू किए गए 40 घंटे लंबे रेस्क्यू ऑपरेशन को एनडीआरएफ, एसडीआरएफ और स्थानीय प्रशासन की टीम ने सफलता पूर्वक अंजाम दिया।
घटना का पूरा विवरण
हादसा 8 जनवरी की रात हुआ, जब साइलो अचानक ढह गया। इसके मलबे में कई मजदूर और एक इंजीनियर दब गए। घटनास्थल पर रेस्क्यू ऑपरेशन तुरंत शुरू किया गया।
मृतकों की पहचान
रेस्क्यू ऑपरेशन के दौरान राखड़ में दबे चार शवों को बाहर निकाला गया। मृतकों की पहचान इस प्रकार है:
जयंत साहू (इंजीनियर), पिता काशीनाथ साहू, निवासी सरकंडा, बिलासपुर।
अवधेश कश्यप, पिता निखादराम कश्यप, निवासी तागा, जांजगीर-चांपा।
प्रकाश यादव, पिता परदेशी यादव, निवासी अकोली, बलौदाबाजार।
मनोज धृतलहरे (मजदूर), जिन्हें घायल अवस्था में बाहर निकाला गया था, लेकिन अस्पताल में इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई।
रेस्क्यू ऑपरेशन और शवों की स्थिति
रेस्क्यू ऑपरेशन करीब 40 घंटे तक चला। टीम ने हाई-टेक उपकरणों और मानव शक्ति की मदद से दबे हुए लोगों की तलाश की। तीनों शवों को बरामद करने के बाद पोस्टमार्टम के लिए सिम्स, बिलासपुर भेजा गया।
घायल मजदूर और अन्य नुकसान
हादसे में मनोज धृतलहरे को गंभीर चोटें आई थीं। उन्हें अस्पताल पहुंचाया गया, लेकिन इलाज के दौरान उनकी जान नहीं बचाई जा सकी।
हादसे के कारण की जांच जारी
फैक्ट्री प्रशासन और स्थानीय प्रशासन ने हादसे के कारणों की जांच शुरू कर दी है। साइलो के गिरने का कारण निर्माण में खामियां या रखरखाव में लापरवाही हो सकती है, लेकिन आधिकारिक रिपोर्ट का इंतजार है।
शोक में डूबे परिवार
मृतकों के परिवारों में शोक की लहर है। स्थानीय प्रशासन और फैक्ट्री प्रबंधन ने प्रभावित परिवारों को हर संभव मदद का आश्वासन दिया है।
सरकार और प्रशासन की प्रतिक्रिया
राज्य सरकार ने इस घटना पर दुख जताया है और प्रभावित परिवारों को मुआवजा देने का ऐलान किया है। प्रशासन ने फैक्ट्री में सुरक्षा मानकों की जांच के आदेश दिए हैं।
कुसुम लोहा फैक्ट्री में हुए इस हादसे ने न केवल चार लोगों की जान ले ली, बल्कि फैक्ट्री में सुरक्षा मानकों पर सवाल खड़े कर दिए हैं। प्रशासन और जांच एजेंसियों से उम्मीद है कि वे इस मामले में जल्द ही निष्कर्ष पर पहुंचेंगे और दोषियों के खिलाफ कार्रवाई करेंगे।