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panchayattantra24 - रायपुर: छत्तीसगढ़ हाईकोर्ट ने समाज में बढ़ती नशे की समस्या पर कड़ा रुख अपनाते हुए राज्य सरकार को निर्देश दिया है कि वह स्कूलों और सार्वजनिक स्थलों पर नशे के सामान की बिक्री पर सख्त प्रतिबंध लगाए। साथ ही, मृत शिक्षाकर्मियों के परिजनों को अनुकंपा नियुक्ति प्रदान करने के निर्देश भी दिए गए हैं। यह आदेश राज्य में बच्चों और युवाओं को सुरक्षित और स्वस्थ वातावरण प्रदान करने की दिशा में एक अहम कदम माना जा रहा है।
हाईकोर्ट ने स्पष्ट किया है कि स्कूलों और सार्वजनिक स्थानों पर नशे के सामान की बिक्री से बच्चों और युवाओं के मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य पर गंभीर नकारात्मक प्रभाव पड़ता है। अदालत ने कहा कि यह समस्या समाज में नशे की प्रवृत्ति को बढ़ावा देती है, जिससे आने वाली पीढ़ी का भविष्य खतरे में पड़ सकता है।
कोर्ट के निर्देश:
हाईकोर्ट ने अपने आदेश में मृत शिक्षाकर्मियों के परिवारों को अनुकंपा नियुक्ति देने की प्रक्रिया में तेजी लाने को कहा है। यह निर्णय उनके आर्थिक संकट को कम करने और न्याय दिलाने के उद्देश्य से लिया गया है।
प्रमुख निर्देश:
हाईकोर्ट का यह आदेश बच्चों और युवाओं की सुरक्षा के लिए एक मजबूत कदम है। नशे के खिलाफ कड़े प्रावधानों से न केवल युवाओं को सुरक्षित वातावरण मिलेगा, बल्कि समाज में नशे की समस्या को नियंत्रित करने में भी मदद मिलेगी।
मृत शिक्षाकर्मियों के परिवारों को अनुकंपा नियुक्ति देना एक संवेदनशील और मानवीय निर्णय है, जो उनकी आर्थिक स्थिरता सुनिश्चित करेगा। इस आदेश से न केवल परिवारों को राहत मिलेगी, बल्कि यह सरकार की जिम्मेदारी और संवेदनशीलता को भी दर्शाता है।
छत्तीसगढ़ हाईकोर्ट के ये दोनों आदेश राज्य सरकार के लिए जिम्मेदारी और प्रतिबद्धता की परीक्षा हैं। नशे पर रोक लगाने और अनुकंपा नियुक्ति की प्रक्रिया को प्रभावी ढंग से लागू करना सरकार के प्रशासनिक ढांचे की क्षमता का परिचय देगा। यदि यह कदम सही ढंग से लागू किए जाते हैं, तो राज्य में सकारात्मक सामाजिक बदलाव की संभावना बढ़ेगी।
panchayattantra24-छत्तीसगढ़ में शिक्षा के क्षेत्र में बड़ी सफलता मिली है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की अध्यक्षता में आर्थिक मामलों की मंत्रिमंडल समिति ने देशभर में 85 नए केन्द्रीय विद्यालय खोलने को स्वीकृति प्रदान की है, जिसमें छत्तीसगढ़ के लिए चार नए विद्यालय शामिल हैं। ये विद्यालय मुंगेली, सूरजपुर, बेमेतरा और जांजगीर-चांपा जिले के हसौद में खोले जाएंगे।
छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने इस ऐतिहासिक निर्णय पर प्रधानमंत्री मोदी का आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि इन नए केन्द्रीय विद्यालयों की स्थापना से राज्य के विद्यार्थियों को गुणवत्तापूर्ण और उच्चस्तरीय शिक्षा का लाभ मिलेगा। मुख्यमंत्री ने इस कदम को राज्य के लिए शिक्षा के क्षेत्र में एक मील का पत्थर बताया और कहा कि केन्द्रीय विद्यालय अपनी अभिनव शिक्षण पद्धति और आधुनिक अधोसंरचना के लिए प्रसिद्ध हैं।
मुख्यमंत्री साय ने विश्वास व्यक्त किया कि नए विद्यालयों के शुरू होने से राज्य के प्रतिभाशाली छात्रों को उनकी क्षमताओं को विकसित करने के लिए उत्कृष्ट शैक्षिक वातावरण मिलेगा। उन्होंने यह भी कहा कि इन विद्यालयों में आधुनिक शिक्षा प्रणाली के साथ-साथ नैतिक मूल्यों और सर्वांगीण विकास पर जोर दिया जाएगा।
85 नए केन्द्रीय विद्यालयों की स्थापना का यह निर्णय केंद्र सरकार की शिक्षा के प्रति प्रतिबद्धता को दर्शाता है। इन विद्यालयों का उद्देश्य देश के विभिन्न हिस्सों में उच्च गुणवत्ता वाली शिक्षा प्रदान करना है।
विशेषज्ञों के अनुसार, यह कदम ग्रामीण और दूरस्थ क्षेत्रों में शिक्षा को बढ़ावा देने में सहायक होगा। इससे न केवल छात्रों की शैक्षिक गुणवत्ता में सुधार होगा, बल्कि उनके करियर की संभावनाएं भी बढ़ेंगी।
छत्तीसगढ़ में चार नए केन्द्रीय विद्यालयों की मंजूरी राज्य के शिक्षा क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण प्रगति है। यह निर्णय राज्य के बच्चों के भविष्य को नई दिशा देने के साथ-साथ शिक्षा के प्रति केंद्र और राज्य सरकार की गंभीरता को भी दर्शाता है।
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