प्रदेश प्रभारी सचिन पायलट के साथ प्रदेश कांग्रेस के सबसे बड़े नेता पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और टीएस सिंहदेव नहीं हुए शामिल
panchayattantra24.-रायपुर। छत्तीसगढ़ में बढ़ते अपराध के खिलाफ कांग्रेस ने आज राजधानी रायपुर में मुख्यमंत्री निवास का घेराव के लिए कूच किया। प्रदेश कांग्रेस कमेटी (पीसीसी) अध्यक्ष दीपक बैज के नेतृत्व में आयोजित इस बड़े प्रदर्शन में प्रदेश भर से हजारों कार्यकर्ता और नेता शामिल हुए। घेराव से पहले रायपुर नगर निगम के सामने एक विशाल सभा का आयोजन किया गया, जहां वरिष्ठ नेताओं ने पिछले डेढ़ साल में प्रदेश में बढ़ते अपराध के आंकड़ों के साथ महिलाओं के खिलाफ हो रहे अत्याचार, लूट और हत्या सहित कई मुद्दों पर साय सरकार के खिलाफ हमला बोला। हालांकि सरकार के खिलाफ इस बड़े प्रदर्शन में प्रदेश प्रभारी सचिन पायलट के साथ प्रदेश कांग्रेस के सबसे बड़े नेता पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और टीएस सिंहदेव शामिल नहीं हुए।
घेराव में शामिल होने प्रदेश भर से पहुंचे नेता
अपराध के खिलाफ आवाज उठाने CM निवास घेराव में पीसीसी चीफ दीपक बैज, नेता प्रतिपक्ष चरणदास महंत, पूर्व मंत्री ताम्रध्वज साहू, पूर्व पीसीसी चीफ धनेंद्र साहू, सह-प्रभारी विजय जांगीड़, जरिता लैतफलांग, प्रदेश महिला कांग्रेस अध्यक्ष फूलो देवी नेताम, प्रभारी महामंत्री मलकीत गैदू, विधायक अंबिका मरकाम, चातुरी नंद, उमेश पटेल, पूर्व विधायक अरुण वारा, गुरमुख होरा, पूर्व सांसद छाया वर्मा, पूर्व विधायक अनीता शर्मा, पूर्व मंत्री अमितेश शुक्ल, विकास उपाध्याय, सत्यनारायण शर्मा, प्रमोद दुबे सहित संगठन के पदाधिकारी, एनएसयूआई, यूथ कांग्रेस, महिला कांग्रेस के सैकड़ों कार्यकर्ता शामिल हुए।
सभा में वरिष्ठ नेताओं का उद्बोधन
पीसीसी चीफ दीपक बैज ने सभा को संबोधित करते हुए कहा कि आज का दिन ऐतिहासिक होगा। हमारी लड़ाई छत्तीसगढ़ की जनता के हक, बीजेपी और सरकार के खिलाफ लड़ाई है। 42 डिग्री हो या 45 हमारी माता-बहनों को बचाने से हमें कोई नहीं रोक सकता। आज आत्मानंद स्कूल में 9 वीं कक्षा में पढ़ने वाली छात्रा के साथ दुष्कर्म होता है, एक महीने की गर्भवती हो जाती है प्रशासन को पता नहीं है। हमने विधानसभा में प्रदर्शन किए, ब्लॉक, जिला हर स्तर पर सरकार के खिलाफ प्रदर्शन किए लेकिन सरकार नींद से नहीं उठी। हर तीन घंटे में एक बालात्कार हो रहा है। ये सरकार छत्तीसगढ़ को यूपी और बिहार बनाने पर तुली है। लेकिन कांग्रेस ऐसा होने नहीं देगी, हम 24 घंटे जनता के लिए लड़ेंगे।
इसके साथ ही दीपक बैज ने तीखी टिप्पणी करते हुए कहा कि छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णुदेव जनता के लिए मुख्यमंत्री बनकर नहीं, भक्षक बनकर काम कर रहे हैं। उन्होंने आगे कहा कि गृह मंत्री पश्चिम बंगाल पर बयान द रहे हैं, इतनी ही चिंता है तो यहां से इस्तीफा देकर वहां जाकर पद सम्भाल लें।
इसके साथ ही बैज ने कहा कि वो आदिवासी जो खुद को आदिवासी नहीं मानते जनजाति मानने वाले बस्तर में जाकर आदिवासियों के लिए बयान दे रहे हैं। इन्हें क्या पता आदिवासियों का संघर्ष क्या है।
डेढ़ साल में आए 3,330 बलात्कार के मामले- चरण दास महंत
नेता प्रतिपक्ष चरण दास महंत ने सभा में कहा कि पिछले डेढ़ साल में 3,330 बलात्कार के मामले सामने आए हैं। यह सब सरकार की शराब और नशे की दुकानों के कारण हो रहा है। हम न केवल आपके (सीएम हाउस) घर का घेराव करेंगे, बल्कि पूरी कैबिनेट को खदेड़ेंगे। हम आपके (सरकार) खिलाफ अंतिम आदिवासी के लिए लड़ते रहेंगे।
पूर्व पीसीसी चीफ धनेंद्र साहू ने कहा कि रोज हत्या, बलात्कार और लूटपाट की घटनाएं हो रही है। क्या यही विष्णु का सुशासन है। शांति का टापू आज अपराध का गढ़ बन चुका है। आज न्याय पथ पर चलकर पीड़ित परिवारों को न्याय दिलाने के लिए ये घेराव किया जा रहा है। बीजेपी राम राज्य, विष्णु के सुशासन की बात कर रहे लेकिन चारों तरफ अशांति है। ऐसी सरकार को उखाड़ फेंकने के लिए ये आयोजन किया है।
विधायक उमेश पटेल ने सभा को संबोधित करते हुए कहा कि डेढ़ साल में ऐसे-ऐसे कारनामे हुए जो छत्तीसगढ़ के इतिहास में कभी न हुए, बलौदाबाज़ार की घटना हुई है । इस सरकार में एसडीएम को जनता दौड़ाती है, बलरामपुर में महिला पुलिस को महिलाएं मार रही थी। ऐसी घटना इसलिए होती है क्योंकि शासन-प्रशासन से जनता का विश्वास उठ जाता है। छत्तीसगढ़ अपराध के मामलों में तेजी से डेढ़ साल में आगे बढ़ा है।
वहीं फूलो देवी नेताम ने कहा कि ये मुख्यमंत्री शासन और प्रशासन की चूक है जो आज बच्चियां सुरक्षित नहीं है। आज हम यहां इसलिए इकट्ठे हुए हैं ताकि मुख्यमंत्री की आंखें खोल सके।
पुलिस के साथ झूमाझटकी, कार्यकर्ताओं ने तोड़े बैरिकेड
CM हाउस की ओर कूच करने के दौरान कांग्रेस कार्यकर्ताओं को रोकने के लिए पुलिस ने ट्रिपल लेयर सुरक्षा व्यवस्था की। सैकड़ों पुलिसकर्मियों की तैनाती के बावजूद कार्यकर्ताओं ने दो बैरिकेड तोड़कर ओसियम चौक तक पहुंचने की कोशिश की। इस दौरान पुलिस और कार्यकर्ताओं के बीच धक्कामुक्की हुई। कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने आरोप लगाया कि पुलिस ने उनके साथ “निर्मम व्यवहार” किया और महिला कार्यकर्ताओं के साथ दुर्व्यवहार किया। 42 डिग्री तापमान में कई कार्यकर्ता बेहोश हो गए।