Thursday, 19 September 2024

रायपुर । 1 और 2 मार्च से शुरु होने वाले छत्तीसगढ़ माध्यमिक शिक्षा मंडल की 10वीं और 12वीं बोर्ड की परीक्षाओं को लेकर बड़ा फैसला लिया है। बोर्ड ने 10वीं-12वीं की उत्तर पुस्तिका में बदलाव करते हुए इस बार ओएमआर सिस्टम लागू करने का फैसला लिया है। किए गए बदलाव में सबसे बड़ी बात यह है कि अब परीक्षार्थियों को सप्लीमेंट्री कॉपी नहीं दी जाएगी, उन्हें ओएमआर शिट में दिए गए निर्धारित जगह में उत्तर लिखना होगा।
इस सिस्टम से परीक्षा किस तरह से दिलानी है इसके लिए माध्यमिक शिक्षा मंडल के सचिव प्रोफेसर वीके गोयल ने प्राचार्यों की बैठक ली और उन्हें आवश्यक दिशा निर्देश दिए। उन्होंने बताया कि ओएमआर सिस्टम की कॉपियों में परीक्षार्थियों को अलग से कोई कॉपी नहीं दी जाएगी निर्धारित पेज पर ही परीक्षार्थी अपना उत्तर दे सकेंगे। उन्होंने राज्य के विभिन्न जिलों से आए प्राचार्य की जिज्ञासा भी शांत की। शिक्षा मंडल ने परीक्षा की तैयारियों शुरू कर दी है।

रायपुर । छत्तीसगढ़ की कमान सौंपने के बाद से भूपेश सरकार लगातार अपने घोषणा पत्र में किए वादों को एक के बाद एक पूरा करने में लगी हुई है। इसी कड़ी में सरकार अपना एक और वादा पूरा करने पर विचार कर रही है, जिससे प्रदेश के सभी परिवार राशन कार्ड के दायरे में आ जाएंगे।
प्रदेश में सभी परिवारों को सस्ते में चावल मिले इसके लिए सरकार ने नया कदम उठाने जा रही है। बताया जा रहा है कि सरकार गरीबी रेखा से ऊपर रहने वाले परिवारों को 10 रुपए प्रति किलोग्राम की दर से चावल देने का फैसला लेने जा रही है। ताकि प्रदेशभर की जनता को सस्ते दर पर चावल उपलब्ध कराया जा सके।
सरकारी आंकड़ों के अनुसार अगर सरकार गरीबों को 1 रुपए और गरीबी रेखा से ऊपर वालों को 10 रुपए प्रति किलो चांवल देती है तो सरकार पर प्रतिवर्ष 4 हजार 800 करोड़ रुपए का अतिरक्ति भार पड़ेगा।

रायपुर। अमेरिका की बड़ी फॉर्मा कंपनी जॉनसन एंड जॉनसन के बनाए हिप रिप्लेसमेंट इंप्लांट पर बबाल मचा हुआ है। देशभर से मरीजों ने केंद्र सरकार को शिकायतें भेजी है कि इंप्लांट सर्जरी के बाद तकलीफ कम नहीं बल्कि और ज्यादा बढ़ गई है। शिकायतों पर केंद्र ने संज्ञान लिया और सभी राज्यों को निर्देशित किया कि वे राज्य स्तरीय कमेटी गठित करें। विशेषज्ञों की कमेटी मरीजों की जांच करेगी। अगर डिस-एबिलिटी (दिव्यांगता) पाई गई तो रिपोर्ट केंद्र को भेजी जाएगी। छत्तीसगढ़ में मेडिकल कॉलेज के विशेषज्ञों की कमेटी गठित की जा चुकी है। इसकी एक बैठक भी हो चुकी है। केंद्र ने 20 लाख से लेकर एक करोड़ रुपये तक का मुआवजा तय किया है।
प्रदेश के हड्डी रोग विशेषज्ञों  इन्होंने बताया कि 2006, 07, 08 में जब कंपनी ने अपना यह इंप्लांट मार्केट में लांच किया तो उस समय हिप रिप्लेसमेंट बड़ी संख्या में हुए। प्रदेश में इंप्लांट करवाने वालों की संख्या काफी अधिक हो सकती है। देश में करीब पांच हजार हिप इंप्लांट हुए थे। छत्तीसगढ़ खाद्य एवं औषधि प्रशासन विभाग के नियंत्रण ने बकायदा पीड़ितों के लिए विज्ञापन जारी किया है, जहां वे शिकायत कर सकते हैं। गौरतलब है कि देश में दवाओं के निर्माण, बिक्री और डिस्ट्रीब्यूशन की नियामक ने जॉनसन एंड जॉनसन के एएसआर इंप्लांट का लाइसेंस 2012 में रद कर दिया था। सैकड़ों शिकायतों के बावजूद कंपनी के खिलाफ भारत सरकार ने कोई कदम नहीं उठाया।
यहां करें शिकायत-
कार्यालय नियंत्रक, खाद्य एवं औषधि प्रशासन विभाग, छत्तीसगढ़,
चतुर्थ तल, ब्लॉक 1, इंद्रावती भवन, अटल नगर, रायपुर- 0771-2235226
कंपनी ने भारत को रखा धोखे में
जॉनसन एंड जॉनसन ने भारतीय नियामक को इस बात की सूचना नहीं दी थी कि कंपनी के हिप इंप्लांट से ऑस्ट्रेलिया में कई मरीजों को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। खुद अमेरिका में भी गड़बड़ियां पाई गईं। भारतीय नियामक ने लाइसेंस जारी कर दिया था। 2006 से 2010 तक कंपनी ने मरीजों को इंप्लांट में सब्सिडी दी, जिसे 2010 के अंत में बंद कर दिया गया था।
राज्य स्तरीय समिति-
डॉ. एसएन फुलझेले, प्रोफेसर, पं. जवाहरलाल नेहरू मेमोरियल मेडिकल कॉलेज रायपुर
डॉ. विनीत जैन, प्रोफेसर, पं. जवाहरलाल नेहरू मेमोरियल मेडिकल कॉलेज रायपुर
डॉ. विवेक पात्रे, प्रोफेसर, रेडियो डायग्नोसिस, पं. जवाहरलाल नेहरू मेमोरियल मेडिकल कॉलेज रायपुर
(नोट- समिति के सदस्यों से पं. जवाहरलाल नेहरू मेमोरियल मेडिकल कॉलेज में इनके विभागों में संपर्क किया जा सकता है। इनके मोबाइल नंबर पर भी। मो. नंबर राज्य शासन ने सार्वजनिक किए हैं ताकि मरीज सीधे भी पहुंच सके।)
देखिए, हिप रिप्लेसमेंट के बाद मरीजों में डिस-एबिलिटी (दिव्यांगता) आई होगी तो उनका परीक्षण किया जाएगा। उसकी रिपोर्ट राज्य शासन के माध्यम से केंद्र को भेजी जाएगी। मुझे याद है राज्य में इंप्लांट हुए हैं। - डॉ. एसएन फुलझले, अध्यक्ष, राज्य स्तरीय कमेटी
केंद्र सरकार के निर्देश पर कमेटी गठित कर दी गई है। शिकायत पर कमेटी जांच करेगी और फिर मुआवजे के लिए केंद्र को पत्र लिखा जाएगा। फिलहाल हमारे पास अभी तक कोई आवेदन प्राप्त नहीं हुआ है। सभी मरीजों को न्याय मिलेगा। - हिरेन पटेल, असिस्टेंट ड्रग कंट्रोलर, खाद्य एवं औषधि प्रशासन विभाग

रायपुर । सर्दी का असर आप पर सीधे तौर पर हो या न हो, लेकिन रेल की पटरियों पर हो रहा है। सर्दी के कारण पटरियों की संरचना में बदलाव आता है। इसके चलते पटरियों में दरार आने से घटनाएं बढ़ रही हैं। शुक्रवार को बिलासपुर रेलवे मंडल के चांपा स्थित पटरी के क्रेक होने की वजह से मालगाड़ी पटरी से उतर गई। इससे मुंबई हावड़ा रूट की अपलाइन में लोकल ट्रेनों की सेवाएं प्रभावित हुईं। रेलवे ने सोमवार को भी आधा दर्जन ट्रेनें रद कर दी हैं।
वहीं छत्तीसगढ़ एक्सप्रेस, लिंक एक्सप्रेस रविवार की जगह सोमवार की सुबह रायपुर स्टेशन पहुंचीं। ट्रेनों के विलंब होने की वजह से स्टेशन पर भीड़ देखने को मिली। रायपुर रेलवे मंडल रेल पटरियों की सुरक्षा को लेकर सतर्क है। रेलवे अधिकारियों ने बताया कि मौसम में बदलाव का असर रेल की पटरियों पर भी पड़ता है, इसलिए रात में कोल्ड वेदर पेट्रोलिंग बढ़ा दी जाती है।
ज्ञात हो कि रायपुर मंडल में पिछले एक साल में करीब एक दर्जन से अधिक बार पटरी क्रेक होने का मामला प्रकाश में आया है। इसकी वजह है कि पटरियां ठंड में सिकुड़ती हैं और गर्मियों में फैलती हैं। ये सिकुड़न व फैलाव हादसे की वजह बन सकते हैं। पटरियों को जोड़ने (लंबाई में) के लिए दो पटरियों के बीच 10 मिलीमीटर तक का गैप रखा जाता है, ताकि गर्मी में पटरियां फैलने के लिए थोड़ा स्थान मिले। ठंड में यह गैप बढ़ जाता है। इसलिए पटरियों के टूटने का खतरा बना रहता है। रेलवे के अधिकारी ने बताया कि पिछले कुछ दिनों में तापमान में गिरावट आई है। मौसम बदलने का प्रभाव मैटल पर भी पड़ता है। पटरियां सिकुड़ने लगती हैं, तो कमजोर भाग में दरार आ जाती है।
नाइट गैंग पटरियों की करता है जांच
मुंबई-हावड़ा रूट दक्षिणपूर्व मध्य रेलवे अंतर्गत ठंड शुरू होते ही नाइट गैंग को तैनात किया जाता है, क्योंकि आधी रात से भोर के समय पटरियों के अधिक चटकने की संभावना को देखते हुए पेट्रोलिंग की जाती है। इसके लिए जोन के प्रत्येक रेलवे लाइन के तीन किलोमीटर की दूरी तक बीट बनाई जाती है। प्रत्येक बीट में दो गैंगमैन तैनाती की जाती है। दोनों गैंग मैन अपनी बीट में पूरी रात घुमकर पटरियों पर नजर ऱखते हैं। गैंग मैन को जैसे ही कुछ पटरियों में थोड़ा भी गैप दिखाई देता है वह तुरंत इसकी सूचना स्टेशन मास्टर को देते हैं। गैंग मैन को रात दस बजे से सुबह छह बजे तक पटरियों पर विशेष ध्यान देने तथा किसी की कोताही नहीं बरतने का निर्देश दिया गया है।
सोमवार को इतनी गाड़ियां हुईं प्रभावित
रेलवे से मिली जानकारी के मुताबिक चांपा यार्ड में मालगाड़ी के दुर्घटना ग्रस्त होने की वजह से हवाड़ा से मुंबई जाने वाली ट्रेनें एक दिन बाद रायपुर स्टेशन पहुंच रही हैं, जिसमें रविवार की शाम 4.10 बजे आने वाली छत्तीसगढ़ एक्सप्रेस सोमवार की सुबह 06:45 बजे रायपुर पहुंची। ठीक इसी तरह कोरबा विशाखापट्टनम (लिंक एक्सप्रेस) को रविवार की रात 8:10 बजे रायपुर पहुंचना था, लेकिन वह सोमवार की सुबह छह बजे रायपुर पहुंची। हावड़ा से सीएसटी जाने वाली हावड़ा मुंबई मेल रायपुर सुबह 09: 10 बजे पहुंचती है लेकिन आज वह 03. 15 बजे रायपुर पहुंची।
अंतोदय एक्सप्रेस सुबह 06.25 को रायपुर पहुंचती है, लेकिन वह दोपहर 3:20 पर पहुंची। गीतांजलि एक्सप्रेस 02:15 बजे रायपुर पहुंचती है, लेकिन वह 12.54 को पहुंची, हावड़ा कुर्ला एक्सप्रेस सुबह 6:35 ना आकर वह 14:05 को पहुंची, गोंडवाना एक्सप्रेस 07:15 पर ना आकर 14:15 बजे पहुंची, आजाद हिंद अपने निर्धारित समय 11 बजे ना पहुंचकर 03:20 को पहुंची। ट्रेनों के विलंब होने से स्टेशन पर इंतजार कर रहे यात्रियों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।
सोमवार को इनती ट्रेनें रद
- 04 फरवरी को 58212 बिलासपुर- गेवरा पैसेंजर रद्द, वहीं शिवनाथ एक्सप्रेस बिलासपुर से रवाना होगी यह गाड़ी गेवरा-बिलासपुर के बीच रद, कोरबा-रायपुर-कोरबा हसदेव एक्सप्रेस रद, बिलासपुर-रायगढ़-बिलासपुर मेमू रद, टीटलागढ़- बिलासपुर पैसेंजर रद, टाटानगर इतवारी पैसेंजर झारसुगड़ा व बिलासपुर के बीच रद है। इसके साथ ही 5 फरवरी को बिलासपुर-टिटलागढ़ पैसेंजर रद और इतवारी-टाटानगर पैसेंजर रद रहेगी।
स्टेशन पर हेल्प डेस्क
रायपुर रेलवे स्टेशन पर यात्रियों की सुविधा के लिए रेल प्रशासन द्वारा हेल्प डेस्क बनाया गया है। हेल्प डेस्क से यात्रियों को ट्रेन के आवागमन की जानकारी दी जा रही है। इसके साथ ही यात्रियों को टिकट वापसी कर उनको सौ प्रतिशत रिफंड दिया जा रहा है। लेकिन ऐसे यात्रियों को काफी दिक्कत हो रही है, जो स्टेशन पर ट्रेन पकड़ने के लिए पहुंच रहे हैं, तब उनको पता चल रहा है कि शाम को आने वाली ट्रेन सुबह आएगी।
ठंड में पटरियों में सिकुड़न आ जाती है, इसलिए बीट के हिसाब से प्रत्येक तीन किलोमीटर के दायरे में बीट बनाई गई है। प्रत्येक बीट में दो गैंग मैन की ड्यूटी लगाई गई है। गैंगमैन रात भर अपनी बीट में पटरियों का निरीक्षण करते हैं, यदि उनको जरा पटरियों के क्रेक होने आभास होता है तो वह तुरंत इसकी सूचना स्टेशन मास्टर को देते है। उसके बाद तत्काल कार्रवाई की जाती है। - कौशल किशोर, डीआरएम, रेलवे मंडल, रायपुर

  • AD 1 RO No 12879/175 "
  • RO No 12822/ 145 "
  • RO No 12822/145 "
  • RO No 12879/175 "

About Us

छत्तीसगढ़ का एक ऐसा न्यूज पोर्टल panchayat tantra24.com है जिसमे ग्रामीण परिवेश से सम्बंधित समस्याएं व विकास साथ ही सरकार की जनहित कल्याणकारी योजनाओं को आम नागरिक को रुबरू कराना अपना दायित्व समझकर समाज व देशहित में कार्य कर रही है साथ ही पंचायत प्रतिनिधियो की आवाज को भी सरकार तक पहुचाने का काम एक सेतु की तरह कर रही है

Address Info.

स्वामी / संपादक - श्रीमती कन्या पांडेय

कार्यालय - सुभाष नगर मदर टेरेसा वार्ड रायपुर छत्तीसगढ़

ई मेल - panchayattantra24@gmail.com

मो. : 7000291426

MP info RSS Feed