रायपुर । लोकसभा चुनाव के नतीजों के लिए आज वोटों की गिनती की जा रही है। छत्तीसगढ़ में तीन चरणों में लोकसभा के चुनाव हुए थे। कड़ी सुरक्षा के बीच आज सुबह 8 बजे से सभी सीटों पर मतों की गणना जिला मुख्यालयों में शुरु हुई रायपुर लोकसभा क्षेत्र के लिए रायपुर के सेजबाहार और बलौदाबाजार में वोटों की गिनती की जा रही है शुरुआती रुझानों में ही रायपुर लोकसभा सीट पर कड़ा मुकाबला देखने को मिल रहा है पहले कुछ राउंड तक दोनों एक दूसरे पर बढ़त बनाते रहे लेकिन तीसरे राउंड के बाद सुनील सोनी ने 44 हजार मतों की बढ़त बना ली थी।
भूपेश व रमन की प्रतिष्ठा दांव पर
एक महीने के लंबे इंतजार के बाद आखिर वह पल आ ही गया, जब देश में किसकी सरकार बनेगी, यह तय होने जा रहा है। जहां तक बात छत्तीसगढ़ के 11 लोकसभा सीटों की है तो यहां सीएम भूपेश बघेल व पूर्व सीएम डॉ. रमन सिंह की प्रतिष्ठा दांव पर लगी हुई है। कांग्रेस जहां प्रदेश में सरकार बनाने के बाद एक के बाद एक लिए कई फैसलों के दम पर अधिक से अधिक सीटें मिलने का दावा कर रही है, वहीं भाजपा का मानना है कि परिवर्तन की लहर में कांग्रेस प्रदेश में आई है। जनता लोकसभा चुनाव में उसे एक बार फिर बुलंदियों पर ले जाएगी।
कांग्रेस कंट्रोल रूम से रख रही पूरे प्रदेश पर नजर
कांग्रेस ने मतगणना पर नजर रखने के लिए प्रदेश मुख्यालय राजीव भवन में कंट्रोल रुम बनाया है वहा से दो टीम मतगणना के दौरान भी हर जिले से लगातार रिपोर्ट ले रहीं है।
वॉकी टॉकी लेकर घूम रहे कंट्रोल रूम के सदस्य
कंट्रोल रूम में 11 लोकसभा क्षेत्र के लिए 11 पदाधिकारियों को बैठाया गया है। इन सभी को वॉकी टॉकी दिया गया है, जिसे वे अपने साथ लेकर घूमते हैं, ताकि उनसे संबंधित लोकसभा क्षेत्र की सूचना चौबीस घंटे ली और प्रेषित की जा सके। हर जिले के एक-एक पदाधिकारी को भी वॉकी-टॉकी दिया गया है, जिससे रिपोर्ट ली जा रही है। कंट्रोल के सदस्यों ने बताया कि वॉकी टॉकी से बात करने पर टेपिंग का डर नहीं रहता है।
भाजपा कार्यालय में चुनाव परिणाम देखने लगाया गया बड़ी स्क्रीन
रायपुर। भाजपा कार्यालय एकात्म परिसर में चुनाव परिणाम को लेकर खासा तैयारी की गई है. कार्यालय के दूसरे तल पर विशाल एलईडी स्क्रीन लगाई गई है। इसके साथ ही मीडिया के लिए मीडिया सेंटर भी बनाया गया है. जहां लोकसभा चुनाव के परिणामों को देखा जाएगा। गुरुवार को लोकसभा चुनाव 2019 के नतीजों आने वाले है। जिसको लेकर देश के सियासी गलियारों में तेज हलचल देखने को मिल रही है। इस चुनाव के एग्जिट पोल भी आ चुके हैं, जिनमें से ज्यादातर में एनडीए को पूर्ण बहुमत मिलने की संभावना जताई गई है। हालांकि लगभग हर बड़ी पार्टी अपने अच्छे प्रदर्शन का दावा कर रही है।
मतगणना के लिए 12 हजार कर्मचारियों की ड्यूटी
11 लोकसभा की मतगणना सभी 27 जिलों में संपन्न कराने के लिए रिजर्व सहित कुल 12 हजार कर्मचारियों की ड्यूटी लगाई गई है। इनके अलावा 90 आरओ और एआर के साथ ही इतने रिजर्व की भी ड्यूटी लगी है। मंगलवार को बातचीत में मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी सुब्रत साहू ने उक्त जानकरी दी। उन्होंने कहा कि सभी स्ट्रांग रूम की सुरक्षा व्यवस्था चुस्त और दुरुस्त है। ईवीएम मशीन जहां रखी गई हैं, उनको प्रोजेक्टर में भी दिखाया जा रहा है। सभी राजनीतिक दलों को मतगणना स्थल पर अपने एजेंट नियुक्त करने के लिए निर्देश दिए गए हैं। प्रत्येक विधासभा क्षेत्र की काउंटिंग के लिए 14-14 टेबल लगाई जाएंगी। प्रत्येक टेबल पर एक प्रत्याशी का सिर्फ एक एजेंट ही नियुक्त होगा। मतगणना स्थल पर किसी को भी इलेक्ट्रॉनिक सामान या पेन अथवा पेंसिल तक ले जाने पर प्रतिबंध है। इसमें मोबाइल सहित अन्य इलेक्ट्रानिक गैजेट्स शामल हैं। जांच करने के बाद ही चाहे वह अधिकारी कर्मचारी हो या राजनीतिक व्यक्ति, प्राधिकार पत्र के साथ ही मतगणना स्थल पर प्रवेश दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि भारत चुनाव आयोग की सभी गाइड लाइन का कड़ाई से पालन कराया जाएगा। इस बार वोटर हेल्पलाइन एप लांच किए गए हैं, जिस पर नतीजों के रुझान अपडेट किए जाएंगे। उन्होंने बताया कि अगर मॉकपोल डिलिट नहीं जाने वाली ईवीएम के मतों की गणना वीवीपैट की पर्चियों से होगी। इसके साथ ही खराब बैलेट यूनिट के वीवीपैट के पर्चियों की गिनती है। वैसे नियमानुसार प्रत्येक विधानसभावार अंतिम राउंड में पांच-पांच वीवीपैट की पर्चियों की गिनती की जाएगी। उन्होंने बताया कि मतगणना के लिए पहले से ही दिशा-निर्देश दिए जा चुके हैं। सिर्फ व्यवस्था पर नजर रखी जाएगी। आरओ और एआरओ किसी भी मतगणना स्थल पर रिकाउंटिंग आदि की स्थिति उत्पन्न होने कराने के लिए स्वतंत्र हैं। बशर्ते वे गाइड लाइन के मुताबिक होनी चाहिए।
मतगणना स्थल में 3 लेयर की सुरक्षा व्यवस्था
लोकसभा चुनाव मतगणना के मद्देनजर पुलिस की त्रिस्तरीय सुरक्षा व्यवस्था लगाई गई है। सेजबहार इलाके में स्थित शासकीय इंजीनियरिंग कॉलेज में होने वाली मतगणना के दौरान सीआरपीएफ सहित अर्धसैनिक बल और राज्य पुलिस के करीब एक हजार अधिकारी और जवान को तैनात किये गये है। इस दौरान मेन गेट से लेकर सभाकक्ष और मतगणना स्थल से स्ट्रांग रूम तक पुलिस और अर्धसैनिक जवानो को तैनात किया गया है, साथ ही मेनगेट से मतगणना स्थल और सभागार तक जारी कार्डधारियो को ही प्रवेश दिया जा रहा है।