रायपुर। सूदखोरी और ब्लैकमेलिंग के मामले में दिल्ली से गिरफ्तार हुए रोहित तोमर को पुलिस रिमांड पर लेने की तैयारी शुरू हो चुकी है। दिल्ली में सफलता हाथ लगने के बाद मंगलवार को रायपुर में खुलासा हुआ कि केवल सूदखोरी का कारोबार ही नहीं, बल्कि आरोपियों का गैंग ठगी के कारोबार को अंजाम दे रहा था। निशाने पर शहर के राष्ट्रीकृत बैंक थे। एक बैंक में फर्जी दस्तावेज देकर कार खरीदी में ही लाखों रुपये वसूल कर लिए। दस्तावेज कुछ इस तरह से बनाया कि बैंक जब वसूली के लिए पहुंची तो कार मालिक का ही पता नहीं चला। रोहित की गिरफ्तारी के बाद तकरीबन 50 फर्जी पैनकार्ड बरामद हुए हैं। एसएसपी आरिफ एच. शेख ने खुलासा किया है, फर्जी पैनकार्ड और फिर बैंकों से हुई ठगी के मामले में अलग से छानबीन होगी। शहर में ही बैंक समेत तकरीबन ढाई सौ लोगों को आरोपियों ने झांसा देकर शिकार बनाया है। एसएसपी शेख के मुताबिक बैंक से मिल रही जानकारी के मुताबिक पूरा चैनल अलग से ठगी के लिए तैयार किया गया था। पूरा शक है कि बैंककर्मी भी इसमें शामिल थे। संलिप्तता देखकर आगे दूसरे चेहरे भी बेनकाब होंगे। मंगलवार को कंट्रोल रूम में आरोपी रोहित के बारे में बताया कि गोवा, महाराष्ट्र में छिपने के बाद वह दिल्ली पहुंचा था। पुलिस पहले से लोकेशन ट्रेस करते हुए वहां डेरा जमाए बैठी थी। रोहित के ठिकाने का जैसे ही पता चला, जांच दल ने उसकी गिरफ्तारी कर ली। बड़ा रैकेट सक्रिय था, पुलिस रिमांड लेने पर बाकी तथ्यों पर जांच पूरी होगी। उम्मीद है कि सूदखोरी के साथ दूसरे कारोबार में भी अवैध कृत्य का पता चल सकेगा।
50 करोड़ रुपये बाजार में फैलाया
करणी सेना में शामिल रूबी तोमर और उसके गुर्गों ने सूदखोरी के धंधे में तकरीबन 50 करोड़ निवेश किए हैं। अब तक की जांच में पता चला है जिसे भी रकम दिया करते थे लायसेंस के नियम के विपरीत 10 प्रतिशत तक ब्याज वसूलते थे। यह ब्याज महीने में नहीं बल्कि रोजाना के हिसाब से तय करते थे। मना करने पर मसल्स पावर दिखाते थे।
खुलासे में एसएसपी ने बताया- जय कुमार बदलानी की पहली शिकायत के बाद यह कारोबार फूटा। आगे की छानबीन में बड़े रैकेट का पर्दाफाश हुआ। वीडियो बनाकर ब्लैकमेलिंग भी। कोतवाली, पुरानी बस्ती और कबीर नगर थाना में शिकायतों पर अलग-अलग एफआईआर दर्ज किया गया है। बैंक से ठगी के मामले में फर्जी स्टांप पेपर, ब्लैंक चेक हिसाब किताब के रजिस्टर बरामद किया गया है। डेढ़ किलो सोना भी निशानदेही में बरामद हो सका है।
ठगी से खरीदी कार नेपाल में बेची
पुलिस को यह पता चला है जिस बैंक से लाखों रुपये के लोन लेकर रोहित और रूबी तोमर ने गाडिय़ां खरीदी हैं, उसमें से कई वाहनों को नेपाल में ठिकाने लगा दिया है। लोन में खरीदी गाडिय़ों को बेचकर भी कारोबार फैलाया है। इसकी छानबीन चल रही है।
सूदखोरी के मामले में फरार आरोपी रोहित तोमर को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। आरोपी रोहित तोमर को पुलिस ने दिल्ली में पकड़ा है। रूबी तोमर के गिरफ्तार होने के बाद से ही आरोपी रोहित तोमर फरार चल रहा था। रोहित के खिलाफ 4 थानों में मामला दर्ज है. एसएसपी आरिफ शेख ने इस मामले में बताया कि रूबी तोमर जब गिरफ्तार हुआ उसके बाद से ही रोहित तोमर फरार हो कर इस गोरखधधे को संचालित कर रहा था। पुलिस की टीम ने आरोपी को दिल्ली से गिरफ्तार किया गया है। सूदखोरी में रूबी तोमर 10 प्रतिशत के हिसाब से ब्याज पर पैसे चलता था। इसने कई बैंकों को धोखा भी दिया था इस मामले में भी एफआईआर हो रहा है।