रायपुर । नेशनल मिनरल डेवलपमेंट कारपोरेशन (एनएमडीसी) ने लगातार तीसरे साल तमाम विपरीत परिस्थितियों के बावजूद लौह अयस्क के उत्पादन और बिक्री का रिकॉर्ड तोड़ने में सफलता पाई है। 2018-19 के वित्तीय वर्ष में 30 मीट्रिक टन से अधिक उत्पादन ही नहीं उत्पादन के अनुपात में बिक्री करने में भी सफलता पाई है।
मजे की बात ये है कि प्रोडक्शन और सेल्स में ये रिकॉर्ड तब कायम हुआ जब डोनिमालाई खान का उत्खनन 5 महीने के लिए स्थगित रखा गया था। गत अगस्त महीने तक कोई निर्यात भी नहीं हो सका था। बैलाडीला खान क्षेत्र में अत्यधिक बारिश से उत्खनन प्रभावित रहा। कर्णाटक के तमाम खनन क्षेत्र में लौह अयस्क की बिक्री दर अपेक्षाकृत प्रभावित रही। एनएमडीसी का नेतृत्व कर रहे वरिष्ठ आईएएस अधिकारी और कंपनी के सीएमडी एन. बैजेन्द्र कुमार ने इसका श्रेय अपने कर्मचारियों के शानदार टीम वर्क और कड़ी लगन को दिया ।
उन्होंने दो टूक कहा, एनएमडीसी ने अगर 32.44 मीट्रिक टन का उत्पादन किया और 32.38 मीट्रिक टन बिक्री के शानदार लक्ष्य को प्राप्त किया तो इसका शत प्रतिशत श्रेय टीम-एनएमसीसी को जाता है। इस अवसर को कंपनी के लिए बेहद खास मानते हुए बैजेन्द्र कुमार ने भारत सरकार के अंतर्गत आने वाले इस्पात मन्त्रालय और छत्तीसगढ़ सरकार को सतत मदद और समय परक दिशा निर्देश के लिए समूचे टीम-एनएमडीसी की ओर से आभार जताते हुए शुक्रिया अदा किया।