तखतपुर/बिलासपुर। छत्तीसगढ़ के मिनी जूलॉजिकल पार्क और बिलासपुर की पहचान कानन पेंडारी में अनियमितताओं का बोलबाला है. एक तरफ रसूखदारों ने कैंटीन खोल दिए हैं, वहीं दूसरी ओर पेंडारी में दर्शकों के लिए लगाए गए वाटर कूलर खराब पड़े हुए हैं. स्थानीय विधायक शैलेष पाठक ने निरीक्षण के दौरान अवैध दुकानों के संचालक पर नाराजगी जताते हुए तुरंत हटाने अधिकारियों को कहा ।
बिलासपुर की पहचान मिनी जूलॉजिकल पार्क कानन पेंडारी में प्रवेश करते ही कैंटीन नजर आने लगते हैं. इन्हें बिना किसी टेंडर या आधिकारिक अनुमति के खोला गया है. इतना ही नहीं आगे जाने पर कानन पेंडारी में लगाए गए जितने वाटर कूलर लगाए गए हैं, या तो बंद पड़े हैं, या फिर टूटे हुए हैं. ऐसे में मजबूरी में कानन पेंडारी में आने वाले लोगों के लिए केंटीन से पीने का पानी तक खरीदना पड़ रहा है।
कानन पेंडारी की अव्यवस्था की जानकारी मिलने पर विधायक शैलेष पाठक निरीक्षण करने कानन पेंडारी पहुंचे. उन्होंने प्रतिबंधित क्षेत्र में अवैध दुकान के संचालन पर नाराजगी जताते हुए तत्काल दुकान हटाने के निर्देश दिए. विधायक के तेवर देख कानन पेंडारी प्रबंधन के हाथ-पाँव फूल चुके थे, लेकिन अब देखना होगा कि इस मामले में वन विभाग के अधिकारी क्या कार्रवाई करते हैं. विधायक के निर्देश पर उनपर कितना असर होता है।
इस संबंध में जब लल्लूराम डॉट कॉम ने वन विभाग के सीसीएफ एचएल रात्रे से जानकारी ली तो उन्होंने स्वीकार किया कि गड़बड़ी हुई है, लेकिन कार्रवाई के सवाल पर ठोस उत्तर नहीं दे पाए।