पंचायत तंत्र- बिलासपुर। कोरोना महामारी का असर कालेजों में भी दिख रहा है। सत्र 2020-21 में प्रवेश को लेकर स्थिति खराब है। संभाग के कालेज में 53.46 फीसद सीटें खाली हैं। बीएससी प्रथम वर्ष में 7100, बीए में 5776 तथा बीकॉम में 4039 सीटें खाली हैं। कालेज अब विद्यार्थियों की तलाश में जुट गए हैं।
अटल बिहारी वाजपेयी विश्वविद्यालय से संबद्ध संभाग में 190 कॉलेज हैं जिनमें 44 बीएड व छह विधि महाविद्यालय हैं। स्नातक और स्नातकोत्तर के शेष कालेज में प्रवेश की प्रक्रिया चल रही है। शासन के आदेश पर दो बार प्रवेश तिथि में वृद्धि भी की गई है। बावजूद इसके सीट नहीं भरीं। आखिरकर तीसरी बार पुनः प्रवेश तिथि में वृद्धि करते हुए 15 अक्टूबर तक अब छात्र-छात्राओं को रिक्त सीटों में प्रवेश का मौका दिया गया है।
22 तक कुलपति के विशेष अनुमति से प्रवेश ले सकेंगे। सबसे अधिक विज्ञान संकाय में इस समय सीटें खाली हैं। जबकि हर साल सबसे पहले भर जाता था। बीएससी बायोलॉजी और गणित समूह में एक समान स्थिति है। विधि संकाय में भी स्थिति अच्छी नहीं है। खाली सीटों ने प्राचार्य और संचालकों की नींद उड़ा दी है।
सत्र 2020-21 में प्रथम वर्ष में प्रवेश की ताजा स्थिति
पाठ्यक्रम कुल सीट प्रवेश रिक्त
बीए 16580 10804 5776
बीकॉम 8390 4351 4039
बीबीए 565 112 453
बीसीए 2195 647 1548
बीएससी गणित 5906 1811 4095
बीएसी बायोलॉजी 9189 6184 3005
डीसीए 2500 395 2105
बीए एलएलबी 300 159 141
बीकॉम एलएलबी 60 31 29
बीएससी गृह विज्ञान 70 03 67
यूटीडी में भी स्थिति खराब
अकादमिक शिक्षण संस्था (यूटीडी) में भी खराब स्थिति है। 53.46 फीसद सीटें खाली हैं। बीकॉम ऑनर्स को छोड़कर सभी विभागों में सन्नाटा पसरा हुआ है। बीएससी ऑनर्स कंप्यूटर साइंस में भी आधे से अधिक सीटें खाली हैं। विभाग में 40 सीट है। फूड प्रोसेसिंग और होटल मेैनेजमेंट में स्थिति कमजोर है। प्राध्यापकों की मानें तो कोरोना महामारी के चलते यह स्थिति बनी है।
पांचवी बार पंजीयन शुरू
परीक्षा विभाग ने कालेज के रिक्त सीटों में प्रवेश के लिए पांचवी बार पंजीयन के लिए पोर्टल खोल दिया है। छात्र-छात्राएं ऑनलाइन पंजीयन की प्रक्रिया पूरा कर सकते हैं। 14 अक्टूबर तक पोर्टल खुला रहेगा। 15 को कॉलेज मेरिट सूची का प्रकाशन करेंगे। 22 को विधार्थियों की आइडी लाक हो जाएगी।
कोरोना महामारी के चलते प्रवेश पर असर दिख रहा है। शासन से प्रवेश तिथि में वृद्धि के बाद उम्मीद है कि रिक्त सीटों में विद्यार्थी आसानी से प्रवेश ले सकेंगे। ग्रामीण और शहरी कालेज की स्थिति को लेकर भी मंथन जारी है।
- प्रो.सुधीर शर्मा, कुलसचिव, अटल बिहारी वाजपेयी विवि