रायपुर। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने छत्तीसगढ़ की प्रख्यात पंडवानी गायिका तीजन बाई को पद्म विभूषण और बस्तर बैंड के मास्टर अनुप रंजन पाण्डेय को पद्मश्री मिलने पर उन्हें हार्दिक बधाई दी है। मुख्यमंत्री ने दोनों को बधाई देते हुए कहा कि ये हमारे छत्तीसगढ़ के गौरवगान है। इनसे हमारे प्रदेश की पहचान है। उन्होने कहा कि तीजन बाई छत्तीसगढ़ की सांस्कृतिक राजदूत हैं, वे छत्तीसगढ़ की पहचान है हमें उन पर गर्व है। तीजन बाई ने महाभारत की कथाओं पर आधारित छत्तीसगढ़ की लोक गीत-नाट्य की विशिष्ट शैली पंडवानी को न केवल देश में बल्कि अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर विशिष्ट पहचान और प्रसिद्धि दिलाई है। छत्तीसगढ़ की समृद्ध कला एवं संस्कृति को और अधिक समृद्ध बनाने में अहम भूमिका निभाई है।
इसी तरह से अनुप रंजन पाण्डेय ने छत्तीसगढ़ की कला और संस्कृति को बचाने और संवर्धन में योगदान दिया है मुख्यमंत्री ने कहा है कि छत्तीसगढ़ के सुप्रसिद्ध कलाकार हबीब तनवीर दिखाए गए मार्ग पर चलते हुए अनूप रंजन पाण्डेय ने रंगमंच तथा विविध कला क्षेत्रों के माध्यम से अनेक प्रयोग एवं कार्य किए हैं। उन्होंने छत्तीसगढ़ी भाषा के साथ-साथ राज्य की अन्य बोलियों के माध्यम से भी यहां की कला एवं संस्कृति को समृद्ध किया। बस्तर की विविध पारम्परिक नृत्यों को जोड़कर उन्होंने ‘बस्तर बैंड’ के माध्यम से जो कार्य किया, उससे यहां की लोक कला संस्कृति को विशिष्ट पहचान मिली है।