
बिलासपुर । खूंटाघाट बांध में जलभराव और बढ़ गया है। पाली क्षेत्र में हो रही भारी बारिश के कारण ऐसे हालात बने हैं। बांध पूरा भर जाने के कारण अतिरिक्त पानी वेस्ट वियर के जरिए सीधे खारंग नदी में गिर रहा है। इससे नदी किनारे के गांव में पानी भरने की समस्या खड़ी हो रही है। सिंचाई विभाग ने अलर्ट जारी करते हुए लोगों को सतर्क रहने कहा है। पाली क्षेत्र में होने वाली बारिश का पूरा पानी खूंटाघाट बांध में आता है। बांध पहले ही पूरा भर चुका है। ऐसे में अब जितना भी पानी आ रहा है वह वेस्ट वियर और नहरों में बहाया जा रहा है। नहर का पानी अंतिम छोर लोहर्सी, जोंधरा के किसान सिंचाई में उपयोग कर रहे हैं। वेस्ट वियर से बहता पानी समस्या बनी हुई है। इसका पानी छोटी खारंग नदी में आ रही है।
जितना पानी ऊपर से आ रहा है उसे डिस्चार्ज करने की क्षमता इस नदी में नहीं है। नतीजतन खारंग नदी का पानी अपना तटबंध तोड़कर आसपास के गांवों में घुस रहा है। इससे समस्या बढ़ गई है। सबसे ज्यादा दिक्कत खारंग नदी के आसपास की जगहों की है। यहां का पूरा पानी खूंटाघाट में रुक जाता है।
इसके कारण नदी में पानी का बहाव आमतौर पर कम रहता है। इस बार वेस्ट वियर से बड़े पैमाने पर पानी नदी में आ रहा है। इससे बाढ़ का खतरा बढ़ गया है। इसी तरह खूंटाघाट तक पानी लेकर जाने वाले नाले भी उफान पर हैं। असल में ज्यादा पानी आने के कारण फसल बचाने किसानों ने अपने खेत के मेड़ को फोड़ दिए हैं।
इससे खेतों में मौजूद पानी भी नाले में आकर समस्या को बढ़ा रही है। ऐसे ही एक नाले ने रतनपुर से पाली जाने वाले मुख्य मार्ग के पुल को क्षतिग्रस्त कर दिया है। इससे सड़क जाम लग रही है। यही हाल नदी किनारे के गांवों का भी है। कोटा में भी घोंघा बांध का जलस्तर बढ़ गया है।
यहां भी अतिरिक्त पानी ओवरफ्लो के जरिए बाहर गिर रहा है। यहां बांध के आसपास गांववालों को सतर्क रहने के लिए कहा गया है। अरपा-भैंसाझार बैराज में पानी रोककर उसे नियंत्रित तरीके से नदी में छोड़ा जा रहा है। इसके कारण बाढ़ वाले हालात नहीं बने। इसके बाद भी अधिकारी सकते में है। अगर पानी बड़े पैमाने पर आया तो समस्या खड़ी हो सकती है।
सेलर और उरतुम पुल के ऊपर से बह रहा पानी
खारंग नदी में पानी की ज्यादा आवक के कारण सेलर और उरतुम पुल डूबान में आ गया था। दोनों ही पुल के ऊपर दो फीट तक पानी चल रहा है। लोग यहां जान खतरे में डालकर आना-जाना कर रहे हैं। लोगों को समझाइश देने के लिए मौके पर कोई व्यवस्था नहीं की गई है।
बांध में पानी की आवक ज्यादा है। अधिक पानी ओवरफ्लो के जरिए बह रहा है। अधिक पानी डिस्चार्ज न हो इसलिए नहर में भी पानी छोड़ रहे हैं ताकि सिंचाई भी हो सके।
आरपी शुक्ला
कार्यपालन अभियंता, खारंग डिवीजन